भविष्यवाणियों शनि का मकर में गोचर, कन्या राशि पर पड़ेगा मिलाजुला असर, अपनाएं ये समाधान

शनि का मकर में गोचर, कन्या राशि पर पड़ेगा मिलाजुला असर, अपनाएं ये समाधान

सूर्य से लगभग 1.4 अरब किलोमीटर दूर स्थित शनि अपनी परिधी पर सूर्य की परिक्रमा पूरी करने में लगभग 30 वर्षों का समय लेता है। इसी तरह राशि चक्र की तमाम 12 राशियों के भ्रमण में भी शनि को लगभग 30 वर्षों का ही समय लगता है। इस लिहाज से किसी एक राशि के भ्रमण चक्र को पूरा करने में शनि को पूरे ढाई सालों का समय लगता है। फिलहाल शनि धनु राशि में भ्रमण कर रहे है। लेकिन 23 जनवरी 2020 को शनि राशि परिवर्तन कर धनु से मकर में प्रवेश करने वाले है। अपने स्वभाव के अनुरूप शनि मकर में भी ढाई सालों तक भ्रमण करेंगे। इस प्रकार शनि के मकर में भ्रमण करने की अवधि जनवरी 2020 से अप्रैल 2022 तक रहने वाली है। शनि का राशि परिवर्तन राशि चक्र की प्रत्येक राशि को प्रभावित करेगा। आम जनमनस पर शनि के गोचर का प्रभाव जानने के लिए हमें प्रत्येक राशि पर उसके प्रभाव का आंकलन करना होगा। फिलहाल हम शनि के मकर में भ्रमण से कन्या राशि पर पड़ने वाले प्रभावों को जानने की कोशिश करेंगे।

शनि का मकर में भ्रमण इसलिए भी खास है क्योंकि मकर शनि की स्वग्रही राशि है। कन्या राशि जातकों की जन्म कुंडली के अनुसार शनि पांचवें और छठे भाव का स्वामी है। कन्या राशि की जन्म कुंडली के अनुसार शनि फिलहाल पांचवें भाव में गोचर करने वाला है। पांचवा भाव संतान, गूढ़ ज्ञान, विद्या, प्रेम संबंध, प्रसिद्ध, कलात्मक कौशल, वैभव और अन्य प्रमुख क्षेत्रों से संबंध रखता है। चूंकि इस भाव का संबंध आपके वैवाहिक जीवन से भी होता है, लिहाजा शनि का मौजूदा गोचर आपके लिए बेहद संवेदनशील रहने वाला है। शनि का मकर में गोचर आपके वैवाहिक या प्रेम संबंध में दरार डालने या मतभेद पैदा करने की क्षमता रखता है। इसी के साथ यह गोचर आपके व्यापार में भी बाधा उत्पन्न कर सकता है। इसके दुष्प्रभावों से बचने के लिए आपको सटीक ज्योतिषीय उपायों की जरूरत होगी।


शनि का अंतिम गोचर साल 2017 में हुआ था, उस समय शनि ने वृश्चिक से धनु राशि में प्रवेश किया था। तब से अभी तक का समय आपके जीवन का सबसे बेहतरीन समय नहीं रहा होगा। पिछले ढाई सालों में आपका ध्यान जीवन को प्रमुख रूप से प्रभावित करने वाले शिक्षा, करियर, व्यापार, प्रेम संबंध, विवाह और स्वास्थ्य जैसे अन्य क्षेत्रों पर गया होगा। यदि आप इन ढाई सालों का निष्कर्ष निकालें तो इस समयावधि के दौरान आप जीवन के प्रति अधिक सजग और गंभीर बने होंगे। फिलहाल शनि धनु से मकर में प्रवेश करने वाला है, आइए जानने की कोशिश करते है कि साल 2020 में शनि का मकर में गोचर कन्या राशि जातकों के लिए क्या नए परिवर्तन लेकर आने वाला है।


शनि के राशि परिवर्तन क्रम में 23 जनवरी 2020 काे होने जा रहा गोचर मकर राशि में होने जा रहा है, इस गोचर का कन्या राशि के जातकों पर मिला-जुला असर रहने वाला है। इस राशि परिवर्तन का कन्या राशि पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही प्रभाव देखने को मिलेंगे। इस दौरान की गई कड़ी मेहनत आपको आपके करियर में वृद्धि देगी। शनि आपको अनुशासित रहते हुए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करता है। शनि का मकर में गोचर 2020 आपको धैर्य और जल्दबाजी में फैसले नहीं लेने की सीख भी देगा।

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इस दौरान आप कार्य क्षेत्र में कुछ समस्याओं का सामना करेंगे, लेकिन इन समस्याओं को व्यवहारिक रहते हुए आसानी से सुलझा लेंगे।

शनि गोचर करियर के लिए काफी फ़ायदेमंद रहने वाला है। संभवतः इस दौरान आपको वह प्रमोशन भी मिल जाये, जिसका लंबे समय से इंतजार था।

काम का बोझ लगातार बढ़ेगा, साथ ही काम को समय सीमा में खत्म करने का दबाव भी रहेगा। इस स्थिति से निपटने के लिए काम को प्राथमिकता के आधार पर बांटना होगा, और उसे पूरा करने के लिए एकाग्रचित होकर काम करना होगा। इस दौरान की गई कड़ी मेहनत का उचित प्रतिफल भी मिलेगा।


इस दौरान आप अनुशासन और एकाग्रता की कमी से जूझने वाले है। छोटे-छोटे और आसान काम भी पूरे करने में परेशानी आएगी।

व्यापारी वर्ग पर इस गोचर का प्रभाव कुछ विपरीत परिस्थिति उत्पन्न कर सकता है, संभवतः इस दौरान आपकी योजनाएं मंदी के दौर से गुज़रें।

यह से व्यापार विकास की योजनाओं में अर्जित अनुभव का उपयोग करने के लिए प्रेरित करता है। इस दौरान आपकी तर्क शक्ति स्थिति को मजबूत करने मदद करेगी।

गाणेशजी के अनुसार आपको कार्य में लगातार बने रहना चाहिए, जब किसी कार्य को पूरा करने के लिए लगातार कड़ी मेहनत करते है, तो स्वतः ही लक्ष्य के और करीब पहुंच जाते है।

शनि का यह गोचर किसी भी निर्णय को अंतिम रूप देने से पहले बहुत अधिक ध्यान और तार्किक दृष्टिकोण रखने की मांग करता है। इससे सफलता का वांछित स्तर प्राप्त करने में मदद मिलेगी।


शनि गोचर के दौरान कुछ अनियोजित खर्चे आने की संभावना है। ऐसे में कोशिश करें कि अपनी बजट योजना पर डटे रहें। अन्यथा आर्थिक मंदी का सामना करना पड़ सकता है।

इस दौरान अपनी जमा बचत से असंतुष्ट रहने वाले है। अपनी चाहत और आर्थिक सुरक्षा के लिए और अधिक बचत की उम्मीद करेंगे। आप अपने आर्थिक लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए और अधिक मेहनत करेंगे।

बेहतर आर्थिक स्थिति और स्थिरता के लिए दीर्घकालिक निवेश की योजना बना सकते है, जो भविष्य को सुरक्षा प्रदान करेगी। शनि का मकर में गोचर 2020 कन्या राशि जातकों की आर्थिक स्थिति पर मिला-जुला प्रभाव डालेगा।


शनि गोचर 2020 कन्या राशि जातकों के प्रेम संबंध में टकराव की स्थिति पैदा करेगा। आपसी संवाद में अचानक बहस की स्थिति निर्मित होगी, जो आपको दुखी करेगी।

शनि का मकर में गोचर कन्या राशि जातकों के रिश्तों को खत्म करने की क्षमता भी रखता है। इस दौरान साथी के साथ होने पैदा होने वाली समस्याओं को हल करने के लिए अनुकूल नीति बनाने की जरूरत है। यह रिश्ते को टूटने से बचा सकता है।

यह समयावधि वैवाहिक जीवन में तनाव पैदा कर सकती है। इस दौरान आपके और साथी के बीच मतभेद बढ़ेंगे, क्योंकि जैसी उम्मीद आप अपने साथी से करते है वह उसे पूरा करने में असमर्थ रहने वाले है। वास्तविकता में आप दोनों एक दूसरे की अपेक्षाओं को पूरा करने में विफल साबित होंगे। इस दौरान आपको धैर्य और धीरज का परिचय देते हुए अपने रिश्ते में आने वाली इन नकारात्मक परिस्थितियों का सामना करना होगा।

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शनि गोचर का कन्या राशि के स्वास्थ्य पर औसत असर रहने वाला है। लेकिन इस दौरान आप भावनात्मक कमज़ोरी महसूस करेंगे।

यदि आप किसी चिंता या तनाव का सामना कर रहे हैं, तो इस गोचर के दौरान भावनात्मक पक्ष पर सावधानीपूर्वक ध्यान देने की जरूरत है। भावनात्मक अस्थिरता मानसिक तनाव को जन्म देती है, जो आगे चलकर स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को जन्म देता है।

अपने रास्ते में आने वाली किसी भी बाधा के प्रति आशावादी रहने का सुझाव दिया जाता है। यदि इस दौरान नकारात्मक विचारों को खुद पर हावी होने देंगे तो अवसाद और निराशा आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं। इस दौरान आपको बड़े परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए किसी भी परिस्थिति को खुद पर हावी नहीं होने देना है, और आत्म शांति बनाए रखने की कोशिश करनी है।


शनि का प्रभाव जातक को अनुशासित और सावधान बनाने का कार्य करता है। इस बात में कोई दो राय नहीं, कि शनि का प्रभाव व्यक्ति से कड़ी मेहनत करवाता है, लेकिन उस मेहनत का उचित फल देने का काम भी शनि ही करता है। इस दौरान व्यक्ति को धैर्य और आत्म शांति बनाए रखने की जरूरत होती है। यदि आप धैर्य और आत्म शांति बनाए रखते हैं, तो इस दौर के गुजरने के साथ ही आपका जीवन ख़ुशियों से भर जाता है। शनि का प्रभाव जातक की परीक्षा लेने का काम करता है। यह आपको नकारात्मक विचारों से भरने और गलत फैसले लेने के लिए प्रेरित करता है। लेकिन धैर्य और सकारात्मक उर्जा से आप इसके प्रभावों को कम करने के साथ खत्म भी कर सकते हैं। शनि गोचर के नकारात्मक प्रभावों को सटीक ढंग से निष्प्रभावी करना चाहते हैं, तो हमारे अनुभवी ज्योतिष इसमें आपकी मदद कर सकते हैं। आपकी व्यक्तिगत कुंडली के आधार पर शनि के मकर में गोचर के दुष्प्रभावों को नियंत्रित कर सकते हैं।

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गणेशजी के आशीर्वाद सहित,
गणेशास्पीक्स डाॅट काॅम