भविष्यवाणियों शुक्र का कुंभ गोचर, सिंह राशि जातकों पर पड़ने वाले प्रभाव

शुक्र का कुंभ गोचर, सिंह राशि जातकों पर पड़ने वाले प्रभाव

शुक्र का कुंभ गोचर, सिंह राशि जातकों पर पड़ने वाले प्रभाव

वैदिक ज्योतिष में शुक्र के स्वरूप का वर्णन कुछ इस प्रकार मिलता है, सुंदर, मुखाकृति, आकर्षक मन मोहिनी आँखें, सुडौल शरीर, मधुर आवाज़, प्रतिभाशाली, चालाक, चंचल मिलनसार, विलासी और विविध प्रकार के भोग-भोगने वाला। आकार और घनत्व की बात करें तो शुक्र एक छोटा ग्रह है, लेकिन ज्योतिष में इसे एक बलवान ग्रह माना गया है, ऐसा इसलिए क्योंकि शरीर की सात धातुओं में से एक पर इसका अधिपत्य होता है। शुक्र जिस धातु के स्वामी है उसके संग्रह से ही जातक में ओजस और प्रतिभा का विस्तार होता है। शुक्र वैदिक ज्योतिष में अपनी व्याख्या के समान ही जीवन में प्रेम व वैवाहिक सुख के नैसर्गिक प्रदाता है। जिसका असर व्यक्ति के निजी जीवन में देखने को मिलता है। मौजूदा परिस्थिति में शुक्र मकर से कुंभ में गोचर करने वाले है। कुंभ में शुक्र का गोचर 2020 राशि चक्र की तमाम राशियों को प्रभावित करने वाला है।

कुंभ में शुक्र गोचर 2020 का चंद्र राशि सिंह कुंडली पर बेहद मिलाजुला असर रहने वाला है। इस दौरान सिंह राशि जातकों की कुंडली के तीसरे और दसवें भाव का स्वामी गोचर शुक्र है। शुक्र का कुंभ में गोचर 2020 छठे से सातवें भाव में होने वाला है। वैदिक ज्योतिष में सातवें भाव को कलत्र स्थान के नाम से जाना जाता है। कुंडली के सातवें भाव का संबंध मुख्य रूप से जीवन साथी और साझेदारों से होता है। इस दौरान आपको अपनी व्यापारिक साझेदारी में बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है, साथ ही अपने सहकर्मियों से अच्छे संबंध बनाए रखने के लिए बेहद गंभीर प्रयास करने होंगे। जैसा की हम जानते है, कि शुक्र एक शक्तिशाली ग्रह है, इस लिहाज से इसके प्रभाव का विस्तार हमारे जीवन के लगभग सभी प्रमुख क्षेत्रों में देखने को मिलेगा। आइए विस्तार से जानते है, शुक्र गोचर 2020 के सिंह राशि पर पड़ने वाले प्रभाव..!

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शुक्र का कुंभ गोचर, करियर पर प्रभाव

शुक्र का कुंभ गोचर सिंह राशि जातकों की कुंडली में छठे से सातवें स्थान पर होने वाला है। इस दौरान शुक्र तीसरे और दसवें भाव के स्वामी है। वैदिक ज्योतिष में तीसरे भाव को पराक्रम भवन, वहीं दसवाँ भाव कर्म स्थान के नाम से जाना जाता है। कुंडली में ग्रहों की स्थिति के अनुसार शुक्र गोचर 2020 सिंह राशि जातकों के करियर या पेशेवर जीवन में कुछ कठिनाईयां पैदा कर सकता है। इस दौरान सिंह राशि जातकों को गंभीर प्रयास करने हांेगे। कार्यस्थल पर अपने सहकर्मियों और उच्च अधिकारियों से अपने संबंधों को बेहतर बनाए रखने में भी आपको मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान आपको अपने शब्दों का चयन बेहद सलीके और शिष्टाचार के साथ करना चाहिए।

शुक्र का कुंभ गोचर, व्यापार-व्यवसाय पर प्रभाव

कुंभ राशि में शुक्र का गोचर 2020 सिंह राशि कुंडली के सातवें भाव में हो रहा है, जिस भाव में शुक्र गोचर 2020 हो रहा है, उसके स्वामी शनि है। वैदिक ज्योतिष में कुंडली के सातवें भाव को कलत्र स्थान के नाम जाता है, और इसका संबंध जातक के जीवन साथी और जीवन की अन्य साझेदारियों से होता है। ग्रहों की वर्तमान स्थिति के अनुसार इस दौरान व्यापारी वर्ग को अपने व्यवसाय से संबंधित कुछ चिंताएँ बनी रहेंगी। इस दौरान साझेदारी में व्यापार करने वाले व्यापारियों को अधिक मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। साझेदार व्यापारी जातकों को इस दौरान व्यापार पर ध्यान केंद्रित करने और सावधान रहने की सलाह दी जाती है। हालांकि शुक्र का कुंभ गोचर 2020 कुंडली के जिस भाव में हो रहा है, वहां से कुछ नए व्यापार की भी संभावना निकल कर आती है। चंद्र राशि जन्म कुंडली और गोचर ग्रहों की स्थिति के अनुसार यहां तक कहा जा सकता है, कि इस दौरान आप अपने जीवन साथी की सहायता से किसी नए व्यापार-व्यवसाय में निवेश या नई शुरूआत कर सकते हैं। हालांकि इस दौरान किसी भी तरह के निर्णय करने से पहले सभी पहलुओं पर ठीक से विचार-विमर्श किया जाना चाहिए।

शुक्र का कुंभ गोचर, आर्थिक स्थिति पर प्रभाव

शुक्र गोचर 2020 का सिंह राशि जातकों के करियर और व्यापार-व्यवसाय पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों का असर उनकी आर्थिक स्थिति पर दिखाई देगा। इस दौरान सिंह राशि जातकों को व्यापार और खासकर साझेदारी व्यापार में अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है। इस दौरान किसी भी प्रकार के निवेश के पहले धैर्य से अपने निर्णय पर विचार और परामर्श करने के बाद ही फैसला करें। इस दौरान आपके साझेदार आपसे किसी बेहद लाभकारी सौदे की उम्मीद करेंगे। हालांकि इस दौरान आपको अधिक सतर्कता और सावधानी का परिचय देना चाहिए, और किसी ज़िम्मेदारी को अपने उपर लेने से पहले सभी पहलुओं पर खुली बात करनी चाहिए।

शुक्र का कुंभ गोचर, प्रेम और वैवाहिक जीवन पर प्रभाव

प्रेम और वैवाहिक जीवन के नैसर्गिक कार्यवाहक शुक्र का सिंह कुंडली के सातवें भाव में गोचर हो रहा है। लेकिन कुंडली के सातवें भाव के स्वामी शनि है। वैदिक ज्योतिष में शुक्र और शनि को मित्र ग्रह माना गया है। चंद्र राशि जन्म कुंडली और गोचर ग्रहों की स्थिति के अनुसार यह कहा जा सकता है, कि शुक्र का कुंभ गोचर 2020 सिंह राशि जातकों के प्रेम व वैवाहिक जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालने वाला है। इस दौरान सिंह जातकों के प्रेम संबंध में समांजस्य मतलब तालमेल बना रहेगा, इस दौर का उपयोग सिंह राशि जातकों को अपने प्रेम संबंध को अगले पड़ाव पर लेकर जाने की कोशिश करना चाहिए। वहीं दांपत्य जीवन का सुख ले रहे जातक, इस दौरान अपने रिश्तों को नए मुकाम पर पहुंचते देखेंगे। जीवन साथी के साथ एक यादगार यात्रा का लुत्फ़ उठाएंगे, इस दौरान आपसी रिश्तों में प्रेम और आपसी समझ बढ़ेगी। कुल मिलाकर प्रेम और वैवाहिक जीवन में प्यार, उत्साह और रोमांस बना रहेगा।

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शुक्र का कुंभ गोचर, शिक्षा पर प्रभाव

शुक्र का कुंभ गोचर 2020, सिंह राशि जातकों की शिक्षा पर औसत प्रभाव डालने वाला है। इस दौरान गुरू अपने स्थान से पांचवें, सातवें और नौवें भाव पर दृष्टि डाल रहे है।ग्रहों कि मौजूदा स्थिति के अनुसार कहा जा सकता है, कि शुक्र के कुंभ गोचर 2020 के दौरान छात्रों को खुद के प्रयासों से शिक्षा में सफलता पाने के लिए प्रयास करने होंगे। इस दौरान छात्रों को एकाग्रता प्राप्त करने के लिए गंभीर प्रयास करने होंगे। लेकिन यदि वे अपने निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जरूरी प्रयास करते है, तो उन्हे आसानी से सफलता मिल सकती है।

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शुक्र का कुंभ गोचर, स्वास्थ्य पर प्रभाव

सिंह राशि जातकों के लिए कुंभ का शुक्र गोचर 2020, करियर, व्यापार और आर्थिक तौर पर बेहद सकारात्मक और लाभकारी रहने वाला है। लेकिन इस दौरान सिंह जातकों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की जरूरत है। इस दौरान सिंह राशि जातकों को स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इससे आपके पहले से निर्धारित कार्यक्रम प्रभावित हो सकते है, और आप जीवन के अन्य क्षेत्रों में मिलने वाले लाभ से भी वांछित रह सकते है। अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देते हुए, आपको सदी हुई दिनचर्या के साथ खाने पीने की आदतों पर भी नियंत्रण करने की जरूरत है। इस दौरान आपको हल्के व्यायाम और योग साधना का सहारा लेते हुए, अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए।

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