बृहस्पति के मकर में प्रवेश से इन राशियों को मिलेगा लाभ, इन्हें बरतनी होगी सावधानी
वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति अर्थात गुरु को काल पुरुष के ज्ञान का प्रतीक माना गया है। सनातन धर्म के पौराणिक मान्य ग्रन्थों में भी बृहस्पति को देवों के गुरु के रूप में स्थान प्राप्त है। वैदिक ज्योतिष में गुरु को अमृत समान मान गया है। गुरु अन्य सभी ग्रहों में सबसे विशाल और विस्तृत हैं। उन्हें सूर्य की एक परिक्रमा पूर्ण करने में लगभग ग्यारह साल और नौ महीने का समय लगता है। वहीं एक राशि का भ्रमण पूरा करने में उन्हे लगभग तेरह महीनों का समय लगता है। 20 नवंबर 2020 को गुरु राशि परिवर्तन कर धनु से मकर राशि में प्रवेश करेंगे। मकर पृथ्वी तत्व की मूलभूल नकारात्मक राशि है, और इसके स्वामी शनि हैं। जहां से गुरु 6 अप्रेल 2021 को कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। वैदिक ज्योतिष के अनुसार गुरु कर्क में उच्च स्थान प्राप्त करते हैं और मकर में नीच । गुरु यानी बृहस्पति का नीच राशि में परिवर्तन आप सभी के जीवन पर क्या प्रभाव डालेगा, जानिए यहां-
मेष राशि पर गुरु के राशि परिवर्तन का असर
गुरु यानी बृहस्पति का मकर गोचर 2020 मेष राशि या लग्न की कुंडली के दसवें भाव में होने वाला है। कुंडली का दसवां भाव कर्म स्थान के नाम से जाना जाता है। आइए जानते हैं, गुरु का मकर गोचर 2020 मेष राशि के लिए कैसा रहेगा।
– मेष के जातकों के लिए गुरु का मकर गोचर बेहद लाभदायक और अनुकूल नजर आता है।
– नौकरी और पेशेवर लोगों से इस दौरान कार्यस्थल पर स्थितियों में सुधार आएगा, धन लाभ की भी संभावना है।
– मेष जातकों को अपने प्रेम संबंधों में भी सुधार देखने को मिलेगा।
– इस दौरान आप मकान, वाहन आदि किसी तरह की संपत्ति में निवेश कर सकते हैं।
– जिन युवक युवतियों को अपने विवाह की प्रतिक्षा है, उन्हें अच्छी खबर सुनने को मिल सकती है।
– व्यवसायी वर्ग को लाभ मिलेगा और धन की बचत भी होगी।
– स्वास्थ्य के लिहाज से भी गुरु का मकर गोचर मेष राशि के लिए लाभकारी और बेहतर रहने वाला है।
उपाय- शिव रुद्राभिषेक करवाएं। केसर का तिलक लगाएं।
वृषभ राशि पर गुरु के राशि परिवर्तन का असर
गुरु का मकर गोचर 2020, वृषभ लग्न कुंडली के 9वें भाव में होने वाला है। कुंडली का 9वां भाव भाग्य स्थान के नाम से जाना जाता है। आइए जानते हैं, गुरु का मकर गोचर 2020 वृषभ राशि के लिए कैसा रहेगा।
– वृषभ जातकों के लिए गुरु का राशि परिवर्तन मकर राशि में औसत रहने वाला है।
– इस दौरान नौकरी और पेशेवर लोगों को अपने कार्य पर अधिक फोकस करने की सलाह दी जाती है। आपको व्यर्थ के विवादों में भी पड़ने से बचने का प्रयास करना चाहिए।
– गुरु का मकर परागमन आपको विदेश जाने के सुनहरे अवसर प्रदान कर सकता है और आपको आपकी पैतृक संपत्ति से भी लाभ प्राप्त होने की संभावना है।
– अधूरे प्रोजेक्ट फिर से शुरू होंगे और नये प्रोजेक्ट के भी शुरू होने और पूर्ण होने के प्रबल योग हैं।
– स्वास्थ्य के लिहाज से यह दौर थोड़ा नाजुक हो सकता है, खासकर पेट और लीवर से जुड़ी समस्याओं के कारण आपको कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
– इस दौरान आपको वैवाहिक और पारिवारिक जीवन में सुख और खुशी मिलेगी इसी के साथ इस दौरान यात्रा के भी योग दिखाई देते हैं।
उपाय – गुरुवार के दिन विद्यार्थियों को पुस्तक या मिठाई बांटें, पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाए।
मिथुन राशि पर गुरु के राशि परिवर्तन का असर
गुरु का मकर गोचर 2020, मिथुन लग्न कुंडली के आठवें भाव में होने वाला है। कुंडली का आठवां भाव आयुष्य या मृत्यु स्थान के नाम से जाना जाता है। आइए जानते हैं, गुरु का मकर गोचर 2020 मिथुन राशि के लिए कैसा रहेगा।
– गुरु का मकर गोचर 2020 मिथुन राशि के लिए अनुकूल दिखाई देता है, इस दौरान आप कोई वाहन खरीद सकते हैं।
– गुरु के मकर में रहने के दौरान आपको नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है और आपके रूके हुए अधूरे काम फिर से शुरू हो सकते हैं।
– इस दौरान आपको स्वास्थ्य लाभ भी मिलेगा और आपकी सेहत में अप्रत्याशित सुधार आएगा। हालांकि किसी पुरानी बीमारी के फिर से उभरकर सामने आने की संभावना हैं, इसलिए सावधान रहें।
– गुरु का मकर गोचर 2020 मिथुन राशि के लिए धर्म – कर्म के कार्यों में बढ़ाएगा।
– इस दौरान आप अधिक से अधिक धार्मिक कार्यों से जुड़ने का प्रयास करेंगे।
उपाय – शिव सहस्त्र नाम का पाठ करें।
कर्क राशि पर गुरु के राशि परिवर्तन का असर
गुरु का मकर गोचर 2020, कर्क लग्न कुंडली के सातवें भाव में होने वाला है। कुंडली का सातवां भाव विवाह स्थान के नाम से जाना जाता है। आइए जानते हैं, गुरु का मकर गोचर 2020 कर्क राशि के लिए कैसा रहेगा।
– गुरु का मकर गोचर 2020 कर्क जातकों के लिए औसत रहने वाला है। हालांकि यदि इस दौरान आप खुद को थोड़ा नियंत्रित कर पाते हैं, तो आपको किसी तरह के नुकसान का सामना नहीं करना पड़ेगा।
– गुरु राशि परिवर्तन 2020 आपको आर्थिक तौर पर अधिक सक्षम और मजबूत बनाने का कार्य कर सकता है। इस दौरान आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी और आप खुद को अच्छीद आर्थिक स्थिति में पाएंगे और पुराने कर्ज भी चुका पाएंगे।
– वैवाहिक जीवन सामान्य रहेगा, लेकिन विवाह की प्रतीक्षा कर रहे जातकों को लाभ होगा और उन्हें विवाह के लिए योग्य साथी मिलने की उम्मीद है।
– स्वास्थ्य के लिहाज से गुरु का मकर राशि में गोचर आपको सभी तरह की बीमारियों से मुक्ति देने का कार्य करेगा। इस दौरान किसी तरह की पुरानी बीमारियों से भी निजात मिलने की संभावना है।
– गुरु के मकर में रहने के दौरान आपको यात्राओं से आर्थिक या सामाजिक लाभ मिलने की संभावना है।
– इस दौरान आपको कोर्ट – कचहरी और कानूनी कार्यों में भी सफलता मिलने की पूरी संभावना है।
उपाय – आपको पांच मुखी रुद्राक्ष धारण करने की सलाह है, साथ भी गुरुवार का उपवास करें और जरूरतमंदों को दान करें।
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सिंह राशि पर गुरु के राशि परिवर्तन का असर
गुरु का मकर गोचर सिंह लग्न या राशि के लिए छठे भाव में होने वाला है। कुंडली का छठा भाव पीड़ा या शत्रु स्थान के नाम से जाना जाता है। आइए जानते हैं, गुरु का मकर गोचर 2020 सिंह राशि के लिए कैसा रहेगा।
– गुरु गोचर 2020 सिंह राशि जातकों के लिए बेहद अनुकूल नजर आता है। इस दौरान सिंह जातकों को जीवन के लगभग हर क्षेत्र में लाभ मिलता नजर आता है।
– मकर में गुरु 2020 के दौरान सिंह जातकों के ज्ञान में बढ़ोतरी होगी और वे अधिक बेहतर शिक्षा प्राप्त कर पाएंगे।
– गुरु के राशि परिर्वतन 2020 से उन सिंह राशि जातकों को भी लाभ मिलेगा जो विदेश जाने का प्लान बना रहे हैं। व्यापारियों को भी यात्रा से लाभ मिलेगा।
– यह दौर वैवाहिक जातकों के लिए भी अनुकूल नजर आता है, इस दौरान आपको अपने जीवनसाथी का भरपूर सहयोग मिलेगा।
– नौकरी और पेशेवर जातकों को इस दौरान कार्य स्थल पर अधिक सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। इस दौरान नौकरी में किसी भी तरह के बदलाव करने से बचना है।
– गुरु के मकर में रहने के दौरान आपको कुछ मानसिक तनाव महसूस हो सकता है, बाकि संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार होने की संभावना है।
– आर्थिक तौर पर मजबूत होंगे और उससे जुड़ी चिंताओं से मुक्ति मिलेगी। हालांकि इस दौरान आपको वित्तीय लेन-देन में सावधानी बरतने की सलाह है।
उपाय – शिवलिंग पर रोज जल चढ़ाएं, जरूरतमंद को गेहूं व हल्दी का दान करें और गरीबों को भोजन करवाएं।
कन्या राशि पर गुरु के राशि परिवर्तन का असर
गुरु का मकर गोचर कन्या राशि के पांचवें भाव में होने वाला है। कुंडली का पांचवें भाव संतान या विद्या स्थान के नाम से जाना जाता है। आइए जानते हैं, गुरु का मकर गोचर 2020 कन्या राशि के लिए कैसा रहेगा।
– कंडली के पांचवें भाव के कारक स्वयं गुरु हैं, इसलिए गुरु का मकर गोचर 2020 कन्या राशि के लिए कई मायनों में बेहतरीन साबित होने वाला है।
– इस दौरान कन्या जातकों के मान सम्मान में बढ़ोतरी होगी और आपको अपने प्रियजनों से भरपूर समर्थन मिलेगा।
– नौकरी व पेशेवर लोगों को इस दौरान पदोन्नति या वेतन वृद्धि मिलने की संभावना है, जो कन्या जातक अपने लिए नौकरी की तलाश कर रहे हैं, उन्हें सफलता मिलेगी।
– प्रेम के मोर्चे पर भी स्थिति आपके अनुकूल रहेगी और आपका रूठा हुआ साथी लौटकर आपके पास वापस आयेगा।
– आर्थिक तौर पर स्थिति मजबूत रहेगी और आप मकान या वाहन जैसी चीजें खरीद सकते हैं।
– स्वास्थ्य के मुद्दे पर आपको अधिक होशियार रहने की सलाह है, क्योंकि इस दौरान किन्ही दबी बीमारियों के पुनः उभरने का डर है।
उपाय – गुरुवार के दिन बेसन का हलवा बनाकर विष्णु भगवान को भोग लगाएं, और संभव हो तो सोना धारण करें अन्यथा पीले वस्त्र का टुकड़ा अपनी जेब में रखें।
तुला राशि पर गुरु के राशि परिवर्तन का असर
गुरु का मकर राशि में गोचर तुला लग्न कुंडली या राशि के लिए के चौथे भाव में होने वाला है। कुंडली का चौथा भाव मातृ या सुख स्थान के नाम से जाना जाता है। आइए जानते हैं, गुरु का मकर गोचर 2020 तुला राशि के लिए कैसा रहेगा।
– नौकरी पेशा लोगों को नौकरी में प्रमोशन मिलने की संभावना है और कार्य स्थल पर उच्च अधिकारियों का पूरा समर्थन मिलेगा।
– गुरु के मकर गोचर 2020 के दौरान आप अपने मन चाहे फैसले आसानी से ले पाएंगे और आपके पुराने समय से रूके फिर से शुरू होंगे।
– जो जातक खेल में रुचि रखते हैं, उनके लिए भी समय बेहद प्रभावी रहेगा और वे खेल से जुड़ी प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
– स्वास्थ्य के मोर्चे पर भी लाभ होगा।
– मकर में गुरु गोचर 2020 के दौरान धैर्य आपका सबसे बड़ा साथी होने वाला है, क्योंकि इसके बिना आपको किसी तरह के लाभ होने की बहुत कम संभावना है।
उपाय – गुरुवार के दिन मंदिर में चने की दाल दान करें, जरूरतमंद विद्यार्थियों को पुस्तकें दान करें।
वृश्चिक राशि पर गुरु के राशि परिवर्तन का असर
गुरु का मकर गोचर 2020 वृश्चिक लग्न या राशि के लिए तीसरे भाव में होने वाला है। कुंडली का तीसरा भाव पराक्रम स्थान के नाम से जाना जाता है। आइए जानते हैं, गुरु का मकर गोचर वृश्चिक राशि के लिए कैसा रहेगा।
– गुरु का मकर गोचर 2020 वृश्चिक जातकों के लिए उत्तम रहेगा और उन्हें कई तरह से लाभान्वित भी कर सकता है।
– नौकरीपेशा और व्यापारी वर्ग के लिए समय उत्तम रहेगा। आपको आपको आर्थिक तौर पर अधिक मजबूत करने का कार्य करेगा।
– स्वास्थ्य के लिहास से आपको अधिक लाभ मिलने की संभावना है।
– गुरु के मकर गोचर 2020 के दौरान धर्म – कर्म, व्रत व दान के लिए उत्तम समय है।
– वाणी के संयम से आपके आपके कई रुके हुए कार्य फिर से शुरू होंगे और आपको लाभ मिलेगा।
– वैवाहिक और पारिवारिक जीवन में भी स्थितियां आपके अनुकूल रहेंगी आपको अपने साथी का भरपूर सहयोग मिलेगा। बच्चों से भी लाभ होगा। परिवार में खुशी का माहौल होगा और परिवार का पूरा सहयोग मिलेगा।
उपाय – बड़ों का सम्मान करें। गाय को रोजाना घास खिलाएं। अधार्मिक कृत्यों से दूर रहें।
धनु राशि पर गुरु के राशि परिवर्तन का असर
गुरु का मकर गोचर धनु लग्न या राशि के लिए के दूसरे भाव में होने वाला है। कुंडली का दूसरा भाव धन और कुटुंब स्थान के नाम से जाना जाता है। आइए जानते हैं गुरु का मकर गोचर 2020 धनु राशि के लिए कैसा रहेगा।
– गुरु का मकर गोचर 2020 धनु राशि जातकों के लिए उत्तम व शुभ रहने वाला है। इस दौरान आपको कई तरह के शुभ समाचार मिलने की संभावना है।
– नौकरीपेशा और व्यापारी वर्ग के लिए समय अनुकूल रहने वाला है। नौकरीपेशा लोगों को प्रमोशन और व्यापारियों को व्यापार विस्तार में सहायता मिलेगी।
– वैवाहिक व पारिवारिक लोगों के जीवन में सुख बढ़ेगा, प्रेम विवाह करने वाले जातकों के लिए भी समय अनुकूल है।
– गुरु के मकर में रहने के दौरान आपके सभी अधूरे कार्य पूरे होंगे और आपको इसका श्रेय भी मिलेगा।
– इस दौरान आपकी आर्थिक स्थिति भी बेहतर रहने वाली है।
उपाय – मकर में गुरु गोचर 2020 के दौरान आपको किसी अनुभवी ज्योतिष की सलाह से पुखराज धारण करना चाहिए। साथ गुरु के मंत्रों का जाप करना चाहिए।
मकर राशि पर गुरु के राशि परिवर्तन का असर
गुरु का मकर गोचर 2020 मकर लग्न या राशि के पहले भाव में होने वाला है। कुंडली का पहला भाव लग्न के नाम से जाना जाता है। आइए जानते है, गुरु का मकर गोचर 2020 मकर राशि के लिए कैसा रहेगा।
– देव गुरु बृहस्पति धनु से मकर राशि में ही प्रवेश कर रहे हैं और मकर में उनका स्थान नीच का होता है, इसलिए मकर को गुरु गोचर 2020 के औसत परिणाम प्राप्त होने की संभावना है।
– गुरु गोचर 2020 के दौरान आपको अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाए रखने के लिए अपने खर्चों पर नियंत्रण रखने की सलाह है। हालांकि इस दौरान आकस्मिक धन लाभ की भी संभावना नजर आती है
– गुरु के मकर में रहने के दौरान विद्यार्थी वर्ग को अच्छे लाभ मिल सकते हैं।
– इस दौरान मकर जातकों को विदेश यात्रा से भी लाभ मिलने की संभावना है।
– वैवाहिक जीवन औसत रहेगा। पत्नी और परिवार के साथ कहीं घूमने जाने की योजना बना सकते हैं। वहीं जीवन साथी के साथ व्यवहार में संयम बरतने की सलाह है।
– स्वास्थ्य को लेकर लापरवाही ना करें और बिना तैयारी के बौद्धिक चर्चाओं में ना उतरें।
उपाय – पीपल के वृक्ष पर जल चढ़ाएं। हर गुरुवार शाम में एक दीपक जलाकर पीपल के पास रखने से लाभ होगा।
कुंभ राशि पर गुरु के राशि परिवर्तन का असर
गुरु का मकर गोचर कुंभ लग्न या राशि के लिए बारहवें भाव में होने वाला है। कुंडली का बारहवां भाव व्यय या मोक्ष स्थान के नाम से जाना जाता है। आइए जानते हैं, गुरु का मकर गोचर 2020 कुंभ राशि के लिए कैसा रहेगा।
– गुरु का मकर गोचर कुंभ राशि के लिए कई मायनों में शुभ व उत्तम रहने वाला इस दौरान आपके मान-सम्मान में बढ़ोतरी होगी।
– गुरु गोचर 2020 के दौरान नौकरीपेशा लोगों को अपने कार्य में बदलाव नहीं करने की सलाह है।
– आर्थिक तौर पर समय अनुकूल रहेगा और आप मकान व वाहन जैसी चीजों पर व्यय कर सकते हैं।
– वैवाहिक व घरेलू जीवन भी अनुकूल रहेगा और आपको अपने जीवन साथी का भरपूर साथ मिलेगा। इसी के साथ मित्रों व प्रियजनों से भी लाभ मिलने की संभावना है।
– गुरु का मकर गोचर आपके शत्रुओं भी समाप्त करने का कार्य करेगा।
उपाय – गायत्री चालीसा का पाठ करें और माता – पिता के पैर छूकर भी घर से बाहर निकलें। इस दौरान आपको देवी आराधना से लाभ मिलेगा। आपको मीठे पीले चावल बनाकर मां सरस्वती को प्रसाद चढ़ाना चाहिए।
मीन राशि पर गुरु के राशि परिवर्तन का असर
गुरु का मकर गोचर मीन राशि या लग्न के ग्यारहवें भाव में होने वाला है। कुंडली का ग्यारहवां भाव लाभ स्थान के नाम से जाना जाता है। आइए जानते हैं, गुरु का मकर गोचर 2020 मीन राशि के लिए कैसा रहेगा।
– गुरु गोचर 2020 मीन राशि के लिए आर्थिक तौर पर लाभदायक रहने वाला है। हालांकि इस दौरान आपको किसी भी तरह के लेन-देन में सावधानी बरतने की भी सलाह है।
– वैवाहिक व घरेलू जीवन में आपको कलह और आपसी विवाद की स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। धैर्य के साथ कामलें और स्थिति को अनुकूल बनाने का प्रयास करें।
– व्यापारी और नौकरीपेशा वर्ग के लिए समय अनुकूल है और आपको उच्च अधिकारियों से भरपूर सहयोग मिलेगा।
– यदि आप घरेलू मोर्चे पर संयम का परिचय देते हैं तो आपको जीवनसाथी का भरपूर समर्थन मिलेगा और संतान पक्ष से भी लाभ मिलने की संभावना है।
– यात्रा के योग हैं, स्वास्थ्य के मोर्चे पर अधिक सावधान रहने की जरूरत है, खासकर रक्तचाप अर्थात ब्लड प्रेशर से संबंधित समस्याओं के उभरकर सामने आने की संभावना है।
– नए मित्र बन सकते हैं। आपको बेहद ध्यान रखने की जरूरत है।
उपाय – ॐ बृं बृहस्पतये नम मंत्र का नित्य जाप करें। पीले वस्त्र धारण करें और गरीबों को यथासंभव दान करें।
गणेशजी के आशीर्वाद सहित,
आचार्य परशुराम
गणेशास्पीक्स डाॅट काॅम