टाटा संस के चैयरमेन नटराजन चंद्रशेखरन का नाम अपनी योग्यता, नेतृत्व क्षमता आैर परिणाम देने वाले व्यक्ति के रूप में जाना जाता है। तमिलनाडु में एक किसान के घर जन्मे चंद्रशेखरन ने नेशनल इंस्टीटयूट टेक्नोलाॅजी त्रिची से से कम्प्यूटर एप्लीकेशन में मास्टर डिग्री हासिल की। वे वर्ष 1987 में टीसीएस से जुड़े थे। वर्ष 2009 में उन्होंने सीर्इआे आैर एमडी के तौर पर टीसीएस की कमान संभाली। उन्होंने अपनी लीडरशिप में 30, 000 करोड़ इनकम वाली टीसीएस को 1 लाख रूपए की इनकम वाली कंपनी बनाया। उनकी लीडरशिप में टीसीएस का मुनाफा तीन गुना बढ़ा। नटराजन चंद्रशेखरन को इंटरनेशनल कस्टमर के साथ काम करने आैर उनके साथ तालमेल बिठाने में महारथ हासिल है। उन्हें कर्इ बड़े पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया। उनकी इन प्रतिभाआें पर गौर करते हुए उन्हें एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गर्इ। जी हां, टाटा ग्रुप मैनेजमेंट आैर साइरस मिस्त्री के बीच संघर्ष के कारण कंपनी की पुरानी प्रतिष्ठा को वापिस पाने के लिए जनवरी 2017 में उन्हें टाटा ग्रुप के नए चैयरमेन के रूप में चुना गया। वो पहले एेसे चैयरमेन बनें जिनका $103 बिलियन की टाटा ग्रुप से कोर्इ पारिवारिक संबंध नहीं था आैर ना ही वो पारसी समुदाय से है जबकि आज तक इस ग्रुप के पूर्व चैयरमेन इसी समुदाय के चुने गए। तो आइए जानते है गणेशजी से कि ज्योतिषीय दृष्टि से चंद्रशेखरन के सितारे उन्हें चैयरमेन के इस महत्वपूर्ण पद पर सफलता दिला पाएंगे, क्या उनके नेतृत्व में कंपनी सफलता के नए आयाम छुएगी, अाइए इन सब सवालों का जवाब इस लेख में जानते हैः
नटराजन चंद्रशेखरन
जन्म- दिनांकः 01 जनवरी, 1963
जन्म-समयः अज्ञात
जन्म-स्थान: मोहनुर , तमिलनाडु (भारत)
सूर्य कुंडली
नटराजन चंद्रशेखरनः प्रमुख आक्रामक निर्णय लेने की संभावना
चंद्रशेखरन की सूर्य कुंडली का विश्लेषण करने के बाद गणेशजी ने ये पाया कि उनकी कुंडली में सूर्य धनु राशि में विराजमान है। ये पहलू उन्हें आक्रामक निर्णय लेने के लिए प्रेरित करता है। एेसे में ये संकेत मिलते है वे कुछ मसलों को नियंत्रित करने के लिए अपने स्तर पर सर्वोत्तम प्रयास कर सकते है जो साइरस समूह के निष्कासन के बाद टाटा समूह में उभरे है। इसके अलावा, उनकी कुंडली में मंगल सिंह राशि में विराजमान है, जो चंद्रशेखरन को त्वरित काम करने में सक्षम बनाता है। उनकी कुंडली में सूर्य आैर मंगल के बीच संबंध काफी अच्छा है। क्या आप जानना चाहते है कि ग्रह अापके कैरियर को कैसे प्रभावित करेंगे ? इसके लिए खरीदें कैरियर संभावना रिपोर्ट आैर मार्गदर्शन प्राप्त करें।
टाटा ग्रुप सीर्इआे चंद्रशेखरनः चंद्र आैर गुरू का संयोजन देता है व्यापक दृष्टिकोण
चंद्रशेखरन की कुंडली में चंद्र आैर गुरू का संयोजन उन्हें बड़े निर्णय लेने में सक्षम बनाता है। ग्रहों का ये विन्यास उन्हें व्यापक दृष्टिकोण भी प्रदान करता है इसलिए इसके परिणामस्वरूप उनको आैर कंपनी को वित्तीय लाभ मिल सकता है। ज्योतिषीय दृष्टि से देखें, तो ये संयोजन गजकेसरी योग से जाना जाता है, जो कि महत्वपूर्ण है।
नटराजन चंद्रशेखरन: शनि का प्रभाव कर सकता है भ्रमित
चंद्रशेखरन की कुंडली में 27 जनवरी 2017 से गोचर का शनि 20 जून, 2017 तक धनु राशि में विराजमान रहेगा। आैर शनि का प्रभाव चंद्रशेखरन के लिए भ्रमकारक हो सकता है यानि इसके प्रभाव से कर्इ बार वे कोर्इ निर्णय लेने के दौरान असमंजस या परेशानी की स्थिति में होंगे। वहीं दूसरी आेर, प्रबंधन उन्हें सख्त कार्रवार्इ करने को कह सकते है। लेकिन किसी कारणवश, चंद्रशेखरन कार्रवार्इ करने में असक्षम हो सकते है। अगर वे सख्त कार्रवार्इ करते है तो ये उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा सकता है। इस तरह उन्हें दोनों ही स्थितियों में कठिनार्इ होगी।
नटराजन चंद्रशेखरन: वक्री शनि के प्रभाव से महत्वपूर्ण निर्णय लेने में होंगे सक्षम
चंद्रशेखरन की कुंडली शनि 21 जून, 2017 से 26 अगस्त, 2017 तक वृश्चिक राशि में वक्री होगा। वक्री शनि का प्रभाव चंद्रशेखरन को कंपनी की देनदारियों के संबंध में निर्णय लेने को मजबूर कर सकता है। उनका ये निर्णय आगामी उन्नति के लिए महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।
निष्कर्ष
इस तरह चंद्रशेखरन की कुंडली में सभी ग्रहों की स्थिति का विश्लेषण करने के बाद गणेशजी ने ये पाया कि इस नए भूमिका में परफोम करना चंद्रशेखरन के लिए आसान नहीं हो सकता। उन्हें कर्इ सारी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जिन्हें संभालना चंद्रशेखरन के लिए मुश्किल हो सकता है। संक्षेप में कहें तो जो मुकुट उन्होंने पहना है वो कांटों से भरा है, एेसे में उन्हें हर एक कदम संभलकर रखना होगा।
गणेशजी के आशीर्वाद सहित,
धर्मेश जोशी
गणेशास्पीक्स डाॅट काॅम