भविष्यवाणियों किसने बिगाड़ा अडाणी का खेल? क्या फिर से कमबैक कर पाएंगे गौतम अडाणी, कौन सा ग्रह देगा साथ?

किसने बिगाड़ा अडाणी का खेल? क्या फिर से कमबैक कर पाएंगे गौतम अडाणी, कौन सा ग्रह देगा साथ?

किसने बिगाड़ा अडाणी का खेल? क्या फिर से कमबैक कर पाएंगे गौतम अडाणी, कौन सा ग्रह देगा साथ?

अडाणी एंटरप्राइजेस ने हाल ही अपने 20 हजार करोड़ के एफपीओ को वापस लेने का ऐलान किया। इस एफपीओ को अडाणी ग्रुप की तरफ से तब वापस लिया गया है कि जब उसे पूरी तरह सब्सक्राइब कर लिया गया था। इसके बावजूद इसे वापस लेने की वजह हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को माना जा रहा है। इसके बाद गौतम अडाणी मीडिया में आए और उन्होंने निवेशकों को कंपनी के साथ बने रहने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि कंपनी अपनी साख बनाए रखने की पूरी कोशिश करेगी।

हालांकि गौतम अडाणी को कभी हार नहीं मानने वाले व्यापारी की तरह देखा जाता है। उनकी महात्वाकांक्षा से सभी परिचित है। क्या आने वाला समय फिर से उनका साथ देगा? क्या वे फिर से भारत में सबसे अधिक धनी होने की रेस में फिर से खुद को शामिल कर पाएंगे। इन सबके बीच क्या ग्रह उनका साथ देंगे। गौतम अडाणी की सूर्य कुंडली से जानते हैं क्या है अडाणी का भविष्य –


गौतम शांतिलाल अडाणी

जन्म तारीख – 24 जून 1962 

अहमदाबाद

गौतम अडाणी की सूर्य कुंडली मिथुन लग्न से शुरू होती है। कुंडली में स्वग्रही मंगल है, जो गौतम अडाणी को हमेशा कुछ नया करने की प्रेरणा देता है। इसी मंगल की ऊर्जा ने उन्हें महत्वाकांक्षी भी बनाया है और वे हमेशा नंबर वन होने के लिए मेहनत करते हैं। कुंडली में चंद्र-गुरु का गजकेसरी योग है। इसी योग के चलते धनकुबेरों में उनका नाम है। कुंडली में गजकेसरी योग व्यक्ति की सभी आशाओं को पूरा करने में मदद करता है।

उनकी सूर्य कुंडली में शनि अपनी राशि मकर में है। यह अच्छी बात है, लेकिन साथ में केतु भी है। शनि और केतु मिलकर शापित दोष बनाते हैं। कुंडली में शापित दोष के कारण कभी भी सफलता आसानी से नहीं मिलती है। कभी-कभी तो इस दुर्योग के कारण हाथ में आयी बाजी भी निकल जाती है। अभी FPO के केस में ऐसा माना जा सकता है। कई भारतीय निवेशकों ने अडाणी के FPO को समर्थन दिया था, लेकिन बावजूद इसे हाथ से निकली बाजी ही कहेंगे कि अडाणी ग्रुप को यह वापस लेना पड़ा। 


गौतम अडाणी के आने वाले समय की बात करें, तो उनकी सूर्य कुंडली में स्टॉकमार्केट के हाउस से केतु का नेगेटिव ट्रांजिट हो रहा है। वहीं कुंडली में जन्म के चंद्र-गुरु के ऊपर से शनि का परिभ्रमण 17 जनवरी से शुरू हुआ है। उनके लिए साढ़ेसाती का दूसरा चरण भी शुरू है। इसी साढ़ेसाती के दुष्प्रभाव के चलते उन्हें अपना FPO वापस लेना पड़ा। अभी उन्हें सेटल होने में लगभग तीन से चार महीने लग सकते हैं।

आने वाले समय में ग्रहों के गोचर से देखें, तो वे 22 अप्रैल 2023 के बाद फिर से अपना FPO लॉन्च कर सकते हैं। हालांकि उन्हें किसी भी तरह की जल्दबाजी से बचना होगा। साढ़ेसाती का यह फेज और केतु का गोचर उन्हें शांति से निकालना होगा।  उनके लिए रास्ता आसान नहीं है, लेकिन हां असंभव भी नहीं है।


हिंडनबर्ग रिसर्च एक वित्तीय शोध करने वाली कंपनी है। 2017 में नाथन एंडरसन ने इसकी स्थापना की थी। इसे कॉर्पोरेट जगत की खामियों और गलत गतिविधियों का खुलासा करने के लिए जाना जाता है। इस कंपनी ने हाल ही में एक अडाणी ग्रुप के लिए एक रिपोर्ट जारी की है।

इसमें दावा किया गया कि यह समूह दशकों से शेयरों के हेरफेर और अकाउंट की धोखाधड़ी में शामिल है। रिपोर्ट में कहा गया है कि तीन साल में शेयरों की कीमतें बढ़ने से अदाणी समूह के संस्थापक गौतम अदाणी की संपत्ति एक अरब डॉलर बढ़कर 120 अरब डॉलर हो गई है।

इस दौरान समूह की 7 कंपनियों के शेयर औसत 819 फीसदी बढ़े हैं। रिपोर्ट आने के बाद अदाणी समूह ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया दी। अडाणी ग्रुप ने इसे निराधार और बदनाम करने वाला बताया। रिपोर्ट आने के बाद अडाणी ग्रुप के शेयर नीचे गिर गए और हाल ही उन्हें अपना FPO भी वापस लेना पड़ा।


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