भविष्यवाणियों मणिशंकर अय्यर का विवादित बयान – उम्र का तकाजा या फिर वाणी दोष ?

मणिशंकर अय्यर का विवादित बयान – उम्र का तकाजा या फिर वाणी दोष ?

मणिशंकर अय्यर का विवादित बयान – उम्र का तकाजा या फिर वाणी दोष ?

भारतीय राजनीतिज्ञ श्री मणिशंकर अय्यर कांग्रेस पार्टी के सदस्य हैं। ये भारतीय प्रधान मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान यानी साल 2004 से 2009 के दौरान कैबिनेट मेंबर थे। श्री अय्यर अंग्रेजी के एक बहुत ही मुखर लेखक और स्पीकर हैं। बहुधा ये बोलने या करने में ठीक से ध्यान नहीं देते जिससे ये विवादों के झमेले में खुद को फंसा पाते हैं। गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार के बीच भाजपा के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ उनकी “नीच आदमी ” जैसी अभद्र भाषा का प्रयोग इसका ताजातरीन उदाहरण है। वैसे मणिशंकर अय्यर का विवादित बयान पहले भी काफी चर्चा में रहा है। साल 2014 में नरेंद्र मोदी को चायवाला बताकर मजाक उड़ाना और 2015 में पाकिस्तान की भारत से बातचीत के लिए नरेंद्र मोदी सरकार को हटाना जैसे विचार कांग्रेस पार्टी के लिए गले की हड्डी बने। भाजपा ने इसका सफलतापूर्वक इस्तेमाल कांग्रेस के खिलाफ एक राजनीतिक हथियार के रूप में किया। इनकी इन हरकतों से तंग आकर कांग्रेस पार्टी ने इन्हें बाहर का रास्ता दिखाते हुए डैमेज कंट्रोल किया। गणेश जी, श्री मणि शंकर अय्यर के उपलब्ध जन्म विवरण के आधार पर यहां इनके विषय और निकट भविष्य में घटने वाली घटनाओं के घटनाक्रम से जुड़े ग्रहीय संकेतों का तफ़सील से सरल भाषा में खुलासा करते हैं। पढ़ते रहिये:

श्री मणिशंकर अय्यर
जन्म तिथि: 10 अप्रैल 1941
जन्म समय: अनुपलब्ध
जन्म स्थान: लाहौर, पाकिस्तान

ज्योतिषीय अवलोकन

शनि की पनौती श्री मणिशंकर अय्यर को प्रतिकूल रुप से प्रभावित कर सकती है। प्राप्त विवरणों के आधार पर बनी सूर्य कुंडली में गोचर का शनि इनके जन्म के चंद्र को देखता है। दानव राहु कुंडली के केंद्र स्थानों में से एक स्थान यानी सप्तम स्थान में बैठा है। भारतीय ज्योतिष के नजरिए से यह शनि की छोटी पनौती बनती है और इसका जातक की लाइफ पर खराब असर पड़ता है।

जब आदमी खुद की ताकतों और कमजोरियों को पहचान जाता है तो वह अपनी कमियों को दूर करते हुए अपनी ताकत के दम पर आगे बढ़ते हुए जीवन में सफलता प्राप्त करता है। ये बात हम नहीं विश्व के शक्तिशाली लोगों की कुंडलियां बोलती हैं। आपके अंदर भी अनेक संभावनाएं छिपी हैं! इसे खोजिए, इसे पहचानें! माहिर ज्योतिषियों द्वारा तैयार की गई अपनी जन्मपत्री पाएं

दुश्मनों द्वारा इनकी प्रतिष्ठा और राजनीतिक कैरियर को क्षति पहुंचने की आशंका

श्री मणिशंकर अय्यर को संघर्ष और नुकसान का सामना करना पड़ेगा जो उन्हें अवसाद या तनाव की ओर ढकेलेगा। कृतघ्न और दगाबाज लोग इनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ग्रहों के फलित के मुताबिक यह इनके राजनीतिक जीवन या सामाजिक स्थिति को प्रभावित कर सकता है। इन्हें कैरियर में गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।

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ठुकराए जाने का भय और अनिष्ट का अंदेशा

ग्रहों की बुरी स्थितियां श्री मणि शंकर अय्यर के मन में अनजाने भय व अनिष्ट को जन्म देंगी। ऊपर से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं। जन्मकालीन चंद्र के दूषित होने और चल रही शनि की छोटी पनौती के चलते उन्हें कुछ भी बोलने से पहले दुबारा सोच लेने की आवश्यकता है। एेसा न होने की सूरत में ग्रह अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए इनके जीवन को संघर्षमय बना सकते है, इनके मन की शांति को हर सकते हैं।

चिंता व दुख के बादलों के बीच आशा की हल्की-सी किरण भी मौजूद

हालत बद से बदतर होते हुए इनके जीवन में शर्मनाक वाकयो को उपस्थित कर सकते हैं। सौभाग्य से, 2.5 साल की पूरी अवधि खराब नहीं है। इसके पॉजिटिव साइड भी हैं। ये प्राचीन ज्योतिष के अनुसार पूरे के पूरे सिनेरियो को बदलकर रख सकती हैं।

राहु-केतु का भ्रमण मणि शंकर अय्यर के जीवन में तनाव की वजह बनेंगे

इसके अलावा, राहु और केतु का प्रतिकूल पारगमन सोशल और पब्लिक लाइफ में समस्याओं और कठिनाइयों को दर्शाता है। इससे ये धैर्य और तनाव-मुक्त होकर चुनौतियों से निपट नहीं पाएंगे। प्रोफेशनल और फाइनेंशियल फ्रंट पर प्रोब्लेम्स आएंगी।
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स्वास्थ्य बिगड़ने से भरपूर आराम की जरूरत
समय इनकी परीक्षा लेगा और इनके सामने नित नई-नई बाधा उत्पन्न करेगा। यह इनके स्वास्थ्य की दृष्टि से भी कष्टदायी स्थिति रहेगी। गाहे-बगाहे इन्हें आरोग्यता हेतु विश्राम की आवश्यकता होगी। तूफानों से भरे इस मुश्किल समय में इनकों मुश्किलों की मझधार में हौसलापूर्वक डटकर मुकाबला करना होगा तभी इस मुश्किल घड़ी से पार निकल सकेंगे। सलाह के तौर पर यदि इन हालातों में मणि शंकर अय्यर यदि सूझबूझ से काम लें तो ये स्थिति से जल्द ही उबरने में सक्षम होंगे।

कुल मिलाकर, 2018 का साल एक अच्छा समय नहीं श्री मणिशंकर अय्यर के लिए
संक्षेप में, वर्ष 2018 के प्रमुख भागों को उनके राजनीतिक जीवन और सार्वजनिक जीवन के संबंध में एक प्रतिकूल अवधि के रूप में कहा जा सकता है। मानहानि जैसी खराब परिस्थितियां हो सकती हैं। चूंकि दर्शायी गई कुंडली में सूर्य और चंद्रमा दोनों पीड़ित हैं इसलिए, श्री मणिशंकर अय्यर को अपनी हेल्थ और फिटनेस पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। वैसे, सूर्य कुंडली में इनके वाणी से संबंधित ग्रहों और दूसरे अन्य ग्रहों की स्थिति को देखकर ज्योतिष में रुचि रखने वाले लोगों को इतना तो अंदाजा लग ही गया होगा कि श्री मणिशंकर अय्यर का विवादित बयान उम्र का तकाजा है या फिर कोई वाणी दोष।

गणेशजी के आशीर्वाद सहित,
श्री मालव भट्ट
गणेशास्पीक्स डाॅट काॅम

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