भविष्यवाणियों मोदी को आगे अभी और भी इम्तिहान से गुजरना होगा 

मोदी को आगे अभी और भी इम्तिहान से गुजरना होगा 

मोदी को आगे अभी और भी इम्तिहान से गुजरना होगा 

” न खाऊंगा, न खाने दूंगा.”

गणेशजी को लगता है कि डेमोनेटिसेशन के बाद मोदी के लिए अर्थव्यवस्था के राक्षसों को नष्ट करने में कुछ मुश्किलें भले ही आ सकती हैं पर यह बिल्कुल नामुमकिन भी नहीं है।

नरेद्र मोदी को हम एक एेसी शख्सियत के रूप में पहचानते हैं जो यह अच्छी तरह से जानते हैं कि कौन-सा काम करना है, कब करना है और कैसे करना है। जिस दिन पूरी दुनियां ट्रंप और क्लिंटन के बीच हुए कांटेस्ट के परिणाम की ओर टकटकी लगाए राह देख रही थी, ठीक उसी दिन भारतीय प्रधानमंत्री ने टेलीविजन के माध्यम से डेमोनेटिसेशन की घोषणा करते हुए सुर्खियों में छा गए! समाज के प्रमुख वर्गों नें मोदी के बोल्ड व अप्रत्याशित कदम की दिल खोलकर सराहना की। वहीं उनके विरोधियों ने इसके कारण लोगों को हुई असुविधा की ओर ध्यान दिलाने में अपनी पूरी कोशिश करते हुए इसे एक मनमाना कदम बताया। अपने इस लेख में गणेशजी श्री मोदी की कुंडली का विवेचन करते हुए यह महसूस करते हैं कि यह तो अभी एक शुरूआत है। मोदी भविष्य में और भी बिंदास निर्णय लेते हुए सख्त नीतियां लागू कर सकते हैं। अधिक जानकारी हमारा यह लेख पढ़ें-

नरेंद्र मोदी
जन्म तिथि: 17 सितंबर, 1950
जन्म समय: 10:10 सुबह
जन्म स्थान: वडनगर, गुजरात, भारत

श्री नरेंद्र मोदी की जन्मकुंडली

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मार्ग परेशानियों और चुनौतियों से मुक्त नहीं
कुंडली को पढ़ने पर गणेशजी नोट करते हैं कि नरेंद्र मोदी इस समय बृहस्पति की अंतर्दशा और राहु की अंतर्दशा से होकर गुजर रहे हैं जो कि 4 जनवरी, 2017तक कार्यशील रहेगी। एक महत्वपूर्ण पारगमन जो इस दशा के साथ-साथ हो रहा है वह है बुध का धनु राशि में वक्री गति करना। ये दोनों ही कारक पीएम मोदी के लिए परेशानियों व चुनौतियों का संकेत करते हैं। विपक्षी दल इनके लिए समस्याएं पैदा करते रहेंगे। विपक्ष की ओर से हो रहे प्रतिरोध, श्री मोदी के लिए नए नहीं है, पर इस अवधि में ये समस्याएं तेज होकर इनके खिलाफ काम कर सकती हैं।

मीडिया की ओर से आलोचना
दिसंबर, 2016 और जनवरी, 2017 के महीनों के दौरान, प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया इनकी कुछ नीतियों को लेकर इनके ऊपर हमले की बौछार तेज कर सकते हैं। इससे नकारात्मक भावनाए भड़क सकती हैं। इससे भी महत्वपूर्ण बात ये है कि विपक्षी दल इनके इस पहल के विरूद्ध कुछ अप्रिय बयान दे सकते हैं। इस प्रकार से श्री मोदी के लिए अच्छा यही होगा कि ये कोई भी निर्णय काफी सोच-विचारकर ही लें।

जहां गुरू बृहस्पति आत्मविश्वास के साथ बढ़ने में मोदी की मदद करेगा, वहीं राहु का पारगमन इनके जन्म के शुक्र व शनि के ऊपर से होना इनके लिए काफी बाधाएं खड़ी करेगा।

गुरू बृहस्पति का आशीर्वाद सबसे शुभ
बृहस्पति निश्चित रूप से एक शक्तिशाली ग्रह है। इसका जन्म के सूर्य व बुध के ऊपर से गोचर होना पीएम मोदी को काफी अधिक आत्मविश्वास के साथ फैसले लेने में सहायता प्रदान करेगा। इसका पारगमन नौकरशाहों, सरकारी अधिकारियों और सोशल मीडिया की प्रशंसा अर्जित करने में भी मदद करेगा। इसके अलावा, इसकी कृपा से इन्हें भारत में सामाजिक, धार्मिक सांस्कृतिक सद्भाव स्थापित करने में भी मदद मिलेगी। बृहस्पति की जय हो!

मोदी की सोशल मीडिया छवि और भी निखर सकती है?
गणेशजी जानते हैं कि कठोर कदम उठाने के बाद मोदी ने ट्विटर पर लगभग 3 लाख फालोअर्स को खो दिया है। पर त्रिकालदर्शी भगवान का कहना है कि यह तो महज एक घटना है। जनवरी के बाद, श्री मोदी के सोशल मीडिया उपस्थिति को एक ठोस बढ़ावा मिल सकता है। इससे इनके अनुयायियों की संख्या में भी भारी वृद्धि की संभावना है। क्या ये सारे सकारात्मक परिवर्तन आपके कैरियर में भी हो रहे हैं? इस तथ्य को जानने के लिए हमारी व्यक्तिगत कैरियर संभावनाओं की रिपोर्ट को आज ही आर्डर करें।

शनि सख्त सुधारों के लिए प्रेरित कर रहा?
4 जनवरी, 2017 से 04अप्रैल, 2017 के बीच मोदी चंद्र-शनि-शनि दशा चक्र के प्रभाव में रहेंगे। चूंकि शनिदेव धर्म और कानून के प्राथमिक कारक हैं, इस कारण से मोदी द्वारा ठोस सुधार करने की संभावना है जैसा कि इन्होंने डेमोनेटिसेशन ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ में किया। गणेशजी कहते हैं कि आप इनसे टैक्स स्ट्रक्चर को एक नियमबद्ध तरीके में लाने की उम्मीद कर सकते हैं।

इंडस्ट्रीज, रियल एस्टेट और कर ढांचे में भी बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।

मोदी द्वारा उठाए जाने वाले कदम
पीएम मोदी वित्त, अर्थव्यवस्था, उद्योग और रियल एस्टेट से संबंधित मामलों में कुछ और महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं। ये यह भी सुनिश्चित करेंगे कि जो भी योजनाएं लागू की जाएं उनको अति शीघ्र अमल में लाया जाए, जिससे कि अपेक्षित परिणाम जल्द से जल्द हासिल हों।

गणेशजी का निष्कर्ष
पूरी तस्वीर को देखते हुए गणेशजी का मानना है, कि मोदी को जनता से अच्छा समर्थन प्राप्त होने की संभावना है। लेकिन विपक्ष के अपने रूख से टस से मस होने का नाम नहीं लेने से इनके लिए कुछ बाधाएं भी खड़ी हो सकती हैं।
सभी समस्याओं के बावजूद, 7 अप्रैल, 2017 तक की अवधि इनके लिए एक बहुत ही घटना प्रधान अवधि साबित होगी। सितारें यह संकेत कर रहे हैं कि नरेंद्र मोदी आखिरकार आने वाले वर्ष में अपने द्वारा बनाए गए मार्ग पर चलने में सक्षम रहेंगे।
गणेशजी के आशीर्वाद सहित,

गणेशास्पीक्स डाॅटकाॅम टीम
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गणेशजी के आशीर्वाद सहित,
मालव भट्ट
गणेशास्पीक्स डाॅट काॅम