सचिन रमेश तेंदुलकर – इनके विषय में ऐसा क्या कहा जाए जो पहले नहीं कहा जा चुका है। सचिन के संबंध में कुछ कहना मानो सूरज को दीपक दिखाना है। इस प्रतिभाशाली लिटिल मास्टर के कंधे पर विश्वकप जीतने की अपेक्षाओं का एक बोझ है। सचिन, जिन्होंने काफी उदारता तथा विशाल ह्रदय के साथ पिछले दो दशक से भारतीय क्रिकेट तथा उनके स्वयं के प्रदर्शन के, कई सुनहरे तथा दुःखदायी पलों को झेला है। एक के बाद एक बनने वाले रिकार्ड उनकी पहचान हैं। आप किसी भी रिकार्ड का नाम लें, सचिन तेंदुलकर का नाम आपके समक्ष प्रकट हो जाएगा। फिर भी, रनों के इस मशीन के लिए एक लक्ष्य अभी भी प्राप्त करना बाकी है – विश्व कप को जीतना। उनके छठें विश्वकप तथा अन्य सभी प्रमुख एकदिवसीय टूर्नामेंट व फाइनल में उनकी उपस्थिति को ध्यान में रखते हुए, सचिन तथा अन्य अरबों क्रिकेट प्रेमियों को इस बार इस रिकार्ड के बनने की उम्मीद है। भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान को अपने जेहन में रखते हुए क्रिकेट प्रेमी यह प्रार्थना कर रहे हैं कि भारतीय टीम यह विश्व कप सचिन के लिए जीते।
१९ फरवरी २०११ से शुरु होने वाले वर्ल्ड कप में, मास्टर बालस्टर सचिन तेंदुलकर के प्रदर्शन के संबंध में, वैदिक ज्योतिष की मदद से, गणेशजी कहते हैं कि गुरु तथा राहू का अनुकूल परागमन ( transit) यह बताता है कि विश्वकप संभवतः उनके लिए अच्छा रहेगा। इस विश्वकर के दौरान उनका बल्ला काफी संतुलित तरीके से घुमेगा, जहां उनके स्टोक सही तरीके से लगेंगे, वहीं रनों के लिए उनका पूर्वानुमान बेहतरीन होगा।
बंगलादेश के खिलाफ होने वाले प्रथम मैच में रनों का वे काफी महत्वपूर्ण योगदान देंगे। इंग्लैंड के विरुद्ध खेले जाने वाले दूसरे मैच में भी उनका प्रदर्शन अच्छा रहेगा। इस मैच के दौरान उनके बल्ले से एक विशाल स्कोर की संभावना की जा सकती है। प्रथम चरण के तीसरे तथा चौथे मैच के दौरान उनका प्रदर्शन काफी सामान्य रहेगा, हालांकि दक्षिण अफ्रिका के खिलाफ होने वाले मैच में वे अपने पूरे फार्म में दिखेंगे। वेस्ट इंडीज के खिलाफ होने वाले मैच तथा क्वाटर फाइनल मैच में संभवतः वे एक बड़ा स्कोर बनाने में कामयाब नहीं हों। भारत यदि सेमी फाइनल तथा फाइनल में प्रवेश करता है तो निःसंदेह उन मैचों में वे उपयोगी रन बनाएंगें।
गणेशजी के आशीर्वाद सहित,
तन्मय के ठाकर
गणेशास्पीक्स डाॅट काॅम